एक्साइज ड्यूटी
के विरोध
में ज्वैलर्स
हड़ताल पर,
10 हजार करोड़
का बिजनेस
प्रभावित
बजट में
ज्वैलरी पर
1 फीसदी एक्साइज
ड्यूटी लगाए
जाने के
विरोध में
दिल्ली,
मुंबई, चेन्नई
समेत देशभर
के ज्वैलर्स बुधवार से
तीन दिन
की हड़ताल
पर हैं।
हड़ताल के
चलते अधिकांश
ज्वैलरी
शोरूम, मैन्युफैक्चरिंग यूनिट
और दुकानें
बंद हैं।
ज्वैलर्स
एसोसिएशन ने
हड़ताल से
एक दिन
में 10 हजार
करोड़ रुपए
का बिजनेस
प्रभावित होने
की बात
कही है।
साथ ही
चेतावनी दी
है कि
यदि सरकार
एक्साइस
ड्यूटी वापस
नहीं लेती
है, तो
हड़ताल अनिश्चितकालीन
तक जा
सकती है।
30 हजार
करोड़ का
बिजनेस हो
सकता है
प्रभावित
ऑल इंडिया
सर्राफा एसोसिएशन
के वाइस
प्रेसिडेंट सुरिंदर
खन्ना के
मुताबिक 1 फीसदी
के एक्साइज
ड्यूटी से
इंडस्ट्री को
नुकसान होगा।
कारोबारियों के
कारोबार में
गिरावट आएगी।
दरीबा ज्वैलर्स एसोसिएशन के
प्रेसिडेंट तरुण
गुप्ता
ने मनीभास्कर
को बताया
कि एक
दिन में
देशभर में
सोने की
ज्वैलरी
खपत करीब
3 टन है।
एक टन
में करीब
3000 करोड़ रुपए
का बिजनेस
होता है।
इस तरह,
तीन दिन
की हड़ताल
से करीब
30 हजार करोड़
रुपए का
बिजनेस प्रभावित
हो सकता
है।
वित्त मंत्री से मिले
मुंबई के
ज्वैलर्स
मुंबई के
इंडियन बुलियन
एंड ज्वैलरी
एसोसिएशन के
पदाधिकारियों ने
बुधवार को
वित्त मंत्री अरुण जेटली
से मुलाकात
की। एसोसिएशन
के प्रेसिडेंट
ने जेटली
से ज्वैलरी
पर एक्साइज
ड्यूटी वापस
लेने
की मांग की
है। दिल्ली
ज्वैलर्स एसोसिएशन भी गुरुवार
को इस मुद्दे
पर वित्त
मंत्री से मुलाकात
करेगा। एसोसिएशन का कहना
है कि जबतक
जीएसटी लागू नहीं
हो हो
जाता है,
तबतक किसी
तरह की
ड्यूटी न लगाई
जाए।
बजट में लगी थी 1 फीसदी एक्साइज ड्यूटी
बजट में लगी थी 1 फीसदी एक्साइज ड्यूटी
बजट में
वित्त मंत्री
अरुण जेटली
ने गोल्ड
ज्वैलरी पर
1 फीसदी एक्साइज
डयूटी लगाने
की घोषणा
की थी।
इसमें सिल्वर
ज्वैलरी शामिल
नहीं है।
डायमंड और
गोल्ड ज्वैलरी
को को
टैक्स दायरे
में रखा
गया है।
इसके बाद
ज्वैलर्स को
अपनी बिक्री
घटने का
डर सता
रहा है।
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